लगातार 5 साल क्षेत्र से दूर रहकर भाजपा की राजनीति से निष्क्रिय रही माया सिंह को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की राजनीति के तहत टिकट तो मिल गया परंतु जीत का फासला अभी बहुत दूर है. कार्यकर्ताओं की कमी के साथ ही वरिष्ठ नेताओं की दूरी से टीम माया सिंह के कार्यकर्ता तो खुश है परंतु निष्ठावान कार्यकर्ता खुद दुखी है प्राप्त जानकारी अनुसार ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र मे कुल 29 वार्ड बताए जाते हैं परंतु वाया सिंह ने इनमें से केवल 15 वार्ड ही वह भी अपने चहेतों के यहां आमद दर्ज जनसंपर्क करने के साथ नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया इस दौरान मतदाताओं का उत्साह माया सिंह के साथ नजर नहीं आया. चुनाव प्रचार 24 घंटे बाद बंद हो जाएगा टीम माया सिंह तथा माया सिंह खुद अछूते रहे 14 वार्डों में कैसे जनसंपर्क करेंगे रसम आ जाएगी के लिए दोनों केंद्रीय मंत्री आज और कल माया सिंह के क्षेत्र में जनसभाओं को जरूर संबोधित करेंगे इसका असर मतदाताओं पर कितना पड़ता है यह तो चुनावी नतीजे बताएंगे परंतु जहां मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना की सराहना की जा रही है वहीं इस विधानसभा क्षेत्र में लाडली बहना योजना बेअसर इसका मुख्य कारण बताया जाता है कि कांग्रेस प्रत्याशी तथा उनकी पत्नी महापौर रहते क्षेत्र के हर वर्ग के मतदाताओं से सीधा संपर्क में रहकर हर दुख सुख में सहभागी रहते हैं. टिकट न मिलने से अभी तक आहत के दायरे से अपने समर्थकों के साथ मुन्नालाल गोयल नहीं निकाल पाए वह भी चुनाव प्रचार में केवल रस्म अदा कर सीमित क्षेत्र में ही मोबाइल तथा अन्य संसाधनों के माध्यम से प्रचार में जुटे जरूर है परंतु बेमन से ? 24 घंटे चुनाव प्रचार में शेष रह गए हैं परंतु माया सिंह के अलावा मुन्ना लाल गोयल ने भी पूरे क्षेत्र में जनसंपर्क अभी तक नहीं किया यहां तक के मुन्नालाल गोयल एजी ऑफिस पुल के दूसरी ओर व्यापारी वर्ग में भी माया सिंह के समर्थन में सक्रिय नहीं बताए जाते हैं राजनीतिक समीक्षकों के मुताबिक निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ दूरी बनाकर किसने रखी है यह तो दोनों वर्ग के लोग जानते हैं परंतु निष्ठावान कार्यकर्ता माया सिंह टीम की कार्यशैली से दुखी होकर अपने घर तक सीमित हो गया है आखिर कैसे माया सिंह जीत का फासला तय पाएंगी यह तो चुनावी नतीजे ही बता सकेंगे परंतु मतदाता के मन में माया सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने से उतना उत्साह नहीं है जितना होना चाहिए. शेष अगले आलेख में
ग्वालियर पूर्व से भाजपा प्रत्याशी माया सिंह मामी को अपनों ने ही दी चुनौती