राजनीति के चाणक्य व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं गुजरात के पूर्व राज्यपाल पूज्यनीय बाबू जी की 21वीं पुन्य तिथि संपन्न

🙏 *पुन्य तिथि *🙏


 


आज दिनांक 27/9/2020को शहडोल जिले के राजनीति के चाणक्य व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं गुजरात के पूर्व राज्यपाल पूज्यनीय बाबू जी की 21वीं पुन्य तिथि उनके स्मारक स्थल कृष्णाश्रय आश्रम पक राजनीति के चाणक्य व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रिया (बुढ़ार ) में बाबू जी के द्वितीय सुपुत्र श्री विनोद सिंह जी सेवा निव्रत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल के कुल सचिव डा. बिनय सिंह जी व कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश के महासचिव श्री प्रवीण सिंह जी व अधिवक्ता श्री विजय सिंह जी बघेल एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष श्री विष्णु प्रताप सिंह परिहार व बुढ़ार एवं शहडोल के गणमान्य नागरिकों के उपस्तिथि में संपन्न हुई जिसमें सर्वप्रथम बाबू जी के द्वितीय सुपुत्र श्री विनोद सिंह जी के द्वारा बाबू जी की प्रतिमा मे माल्यार्पण कर चरण वंदन कर आशिर्वाद लिये एवं सभी के द्वारा बारी बारी से बाबू जी के चरणों में श्रद्धा शुमन अर्पित कर उनसे आशिर्वाद लिये इसके बाद सभी के द्वारा बाबू जी की याद में दो मिनट का मौन धारण कर उनको याद किये ,बाबू जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सभी ने अपने अपने विचार साझा किये इसी क्रम में पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल के कुलसचिव डा.बिनय सिंह जी ने बताया कि बाबू जी स्नातक की शिक्षा दरबार कालेज रीवा से प्राप्त की एवं उसी समय पूरे भारत में अंग्रेजों को भारत से बाहर खदेड़ने के लिये पूरे भारत में अंग्रेजों भारत छोड़ो का आन्दोलन चल रहा था इस आन्दोलन में बाबू जी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते रहे जिसके कारण बाबू जी को कई बार कई कई महीनों तक जेल में बिताना पड़ा था उसी दरम्यान बाबू जी की मुलाकात देश के महान समाजवादी विचारधारा की महान विभूतियाँ जैसे राममनोहर लोहिया जी व जय प्रकाश नारायण जी से हूई इन महान विभूतियों से बाबू जी इतने प्रभावित हूए कि बाबू जी विधान सभा का पहला चुनाव लोहिया जी की पार्टी सोशलिस्ट पार्टी के प्रत्याशी के रूप खड़े हूए और विजयी भी हूए और फिर बाद में बाबू जी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर अपने जीवन के अंतिम क्षण तक कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही के रुप में रहे,बाबू जी के द्वितीय सुपुत्र श्री विनोद सिंह जी के द्वारा बताया गया कि बाबू जी हम लोगों को ऐसी तालीम दिए कि आज हम उन्ही के द्वारा दिखाए हुए मार्ग पर चल कर यहां तक पहुंचे है ,कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश के महासचिव श्री प्रवीण सिंह जी के द्वारा बाबू जी के जीवन पर प्रकाश डालते हूए बताया कि बाबू जी इस जिले एवं प्रदेश की बेहतरी के लिये अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दि बाबू जी पद में रह कर कम काम किये बिना पद में रह कर ज्यादा कार्य जिले एवं प्रदेश की बेहतरी के लिये जिसे हम लोगों के द्वारा कभी भुलाया नही जा सकता,यही बात बुढ़ार के प्रसिद्ध अधिवक्ता श्री विजय सिंह बघेल जी के द्वारा बताई गई कि बाबू जी मध्यप्रदेश शासन में वित्त राजस्व पर्यटन आदि विभागों में मंत्री पद का निर्वहन करने के साथ आप 1996 से 20 अप्रैल 1998 तक गुजरात प्रदेश के राज्यपाल के पद पर सुशोभित रहे हैं आज बाबू जी हमारे नहीं हैं लेकिन उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर हम लोग चल कर बाबू जी के सपनो को साकार करने का प्रयास करेगें यही बाबू जी के लिये हम लोगों की सच्ची श्रद्धांजलि होगी


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