पॉलीथिन से बनाए जा रहे हैं पेवर ब्लॉक व सडक निर्माण
ग्वालियर / स्वच्छ भारत अभियान के तहत नगर निगम ग्वालियर द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए वृहत स्तर पर अभियान चलाकर आमजन को जागरूक किया जा रहा हैं। साथ ही वार्डों से निकली हुई पॉलीथिन, प्लास्टिक और जब्त की कई पॉलीथिन को पोलीथिन कलेक्शन सेंटर में भिजवाया जा रहा है। उस पॉलीथिन का रिउपयोग पेवर ब्लॉक, सड़क निर्माण आदि में लिया जा रहा है। जिससे वह पर्यावरण के लिए हानिकारक ना हो।
नगर निगम द्वारा नो यूज प्लास्टिक व पॉलीथिन अभियान शहर में चलाया जा रहा है। जिसके तहत लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है तथा प्लास्टिक वेस्ट कलेक्ट करने के लिए ग्वालियर में क्षेत्रीय कार्यालयों में कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं, जहां लोग प्लास्टिक वाला कचरा डाल सकते हैं। ग्वालियर नगर निगम अब तक लगभग 10 हजार किलोग्राम प्लास्टिक जब्त कर चुका हैं। इसके अलावा कई कॅलेज, स्कूल और ऑफिसों को प्लास्टिक फ्री घोषित किया गया है।
ग्वालियर नगर निगम द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर वृहद स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें स्कूल, कॉलेजों में जाकर छात्र-छात्राओं को पॉलीथिन से पर्यावरण को होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताया जा रहा है। साथ उनसे शपथ भी दिलवाई जा रही है कि वह सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना करने के लिए आमजन को जागरूक करेगें तथा छात्र-छात्राओं को कपडे के बने हुए थैले भी वितरित किये जा रहे हैं।
प्लास्टिक का उपयोग ना कर हम पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचायेगें ही, साथ ही वह प्लास्टिक के उपयोग से होने वाली कई बीमारियों से भी बचायेगा। जानवरों की मौत ज्यादातर प्लास्टिक खाने से हो रही हैं।
प्लास्टिक प्रदूषण के कारण वन्य जीवों और मानव जीवन पर बुरा प्रभाव पडता है। प्लास्टिक प्रदूषण वन्य जीव जंतुओ और मनुष्य जीवन को प्रभावित करता है। प्लास्टिक प्रदूषण से भूमि और महासागर तक प्रभावित हो चुके हैं। प्लास्टिक की खपत को कम करने और प्लास्टिक रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देने के प्रयास किये जा रहे है। जिसके जरिए शहर से निकलने वाले सैकड़ों टन प्लास्टिक वेस्ट को रीसाइकिल करके यूजेबल प्रोडक्ट बनाया जायेगा।