10 दिसम्बर--अंतराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर विशेष-
मानव अधिकार आयोग ने माधव कॉलेज में ''स्वच्छ पर्यावरण- मानव अधिकार'' पर कार्यशाला आयोजित की
जागरूकता से ही मिलेंगे मानव अधिकार---
शिक्षा और जागरूकता अभियान के कारण ही सती प्रथा,छुआछूत जैसी बुराइयों का देश से अंत हुआ। इस जन-जागृति अभियान से ही हम प्रत्येक मानव को उसके अधिकारों के प्रति सजग कर सकते हैं। और अधिकारों के हनन जैसी बुराई को रोक सकते हैं।
वर्तमान में प्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष पूर्व चीफ जस्टिस एनके जैन जी हैं। और उनके साथ सदस्य के रूप में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार जनरल मनोहर ममतानी जी व पूर्व आईपीएस अधिकारी सरबजीत सिंह जी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। हर माह लगभग 60 से 70 मामलों में आयोग स्वत संज्ञान लेकर नोटिस जारी कर रहा है। यहां तक कि वाटसअप पर भेजी गई शिकायतों पर भी आयोग ने संज्ञान लिया है। अब हर जिले में सुनवाई के लिये बैंच भी लगाई जा रहीं हैं।
सिटी सेंटर ऑफिस से भोपाल भेजी जाती हैं शिकायत---
ग्वालियर में मानव अधिकार आयोग का कार्यालय सिटी सेंटर में स्थित आरआई ट्रेनिंग सेंटर के पास है। यहां कोई भी आवेदक अपनी शिकायत एक सादा कागज पर दे सकता है। जिसकी कार्यालय से पावती भी दी जाएगी।
इन शिकायतों को उसी दिन भोपाल आयोग कार्यालय भेज दिया जाता है। भोपाल आयोग की ओर से संबंधित विभाग के वरिस्ठ अधिकारियों से जवाब-तलब किया जाता है। साथ ही इस कार्रवाई की सूचना आवेदक को भी दी जाती है।साथ ही न्यूज़-पेपर में प्रकाशित मानव-अधिकारों के हनन के मामलों पर आयोग स्वतः संज्ञान लेता है। वहीं आयोग से हर माह निकलने वाली पत्रिका में भी इन शिकायतों की जानकारी दी जाती है।
मानव अधिकारों की रक्षा के लिये शिकायत अवश्य करें ---
आपके शिकायत करने से आयोग तुरंत कार्रवाई करता है। इससे संबंधित अधिकारी व विभाग मानव अधिकार आयोग के लगातार हस्तक्षेप के कारण एक बार गलती करने के बाद उसे दोहराने की कोशिश नहीं करेगा। इससे मानव अधिकारों की रक्षा हो सकेगी। इसलिये आप मानव अधिकारों के हनन पर शिकायत अवश्य करे ।