डॉक्टर्स को ब्यूरोक्रेसी से उलझना इतना पड़ा महंगा, अस्पताल का ही कर मारा एनकाउंटर
ग्वालियर के डॉक्टर AS भल्ला के प्रतिष्ठित सहारा हॉस्पिटल पर कार्यवाई
डॉक्टर और प्रशासन के आपसी विवाद के बीच कुछ दिन पहले डॉक्टर्स ने फैसला किया था कि वह ना तो IAS-IPS अफसरों को 'सर' कहकर संबोधित करेंगे और ना ही उनका इलाज करने उनके घर जाएंगे।
इसके बाद प्रशासन ने 41 प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस थमा दिया था। आरोप लगाए सभी तलघर का नियम विरुद्ध इस्तेमाल कर रहे हैं साथ ही अवैध निर्माण भी है । प्रशासन ने 24 घंटे के भीतर खाली करने के आदेश दिए नहीं तो कठोर कार्रवाई होगी, वही हुआ भी.
IMA के अध्यक्ष हैं इस नाते डॉक्टर्स का प्रतिधित्व कर प्रशासन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाले भी भल्ला ही हैं
भाजपा से भी जुड़े हैं भल्ला, शिवराज सरकार में राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य थे भल्ला इसलिए इस कार्यवाई में राजनीतिक एंगल भी निकाला जा रहा है
इस कार्यवाई पर सवाल उठ रहे हैं सवाल आख़िर इतने साल इतने क्यों नहीं दिखा प्रशासन को अवैध अतिक्रमण
इस हॉस्पिटल की माँग भी अधिक रहती है ग्वालियर के अलावा और भी जगह और प्रदेश के लोग भी इस हॉस्पिटल में आते हैं तो क्या ऐसे में वहाँ भर्ती मरीज और आने वाले मरीज भी इस कार्यवाई ये किस हद्द तक प्रभावित हुए होंगे