-कर्मचारीः अधिकारी संघ के साथ मप्रपक्षेविविकं की संयुक्तबैठक सम्पंन

 


-कर्मचारीः अधिकारी संघ के साथ मप्रपक्षेविविकं की संयुक्त बैठक


 इंदौर।  ऊर्जामंत्री श्री प्रियव्रत सिंह, मप्रपक्षेविविकं के एमडी श्री विकास नरवाल के निर्देश पर बिजली कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों के साथ कंपनी की विद्युत सुरक्षा मामले पर संयुक्त बैठक शनिवार की शाम पोलोग्राउंड सभागार में आयोजित हुई। इसमें सुरक्षामय वातावरण में बिजली का काम करने का आह्वान किया गया, साथ ही मानक स्तर के सुरक्षा उपकरणों की खरीदी, कार्मिकों की तीन माह में एक बार ट्रेनिंग के निर्देश भी दिए गए।


उक्त बैठक में मप्रपक्षेविविकं इंदौर के सीजीएम श्री संतोष टैगोर ने कहा कि जान की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं होने दिया जाएगा, चाहे वह बिजली कर्मचारी की हो या आमजन की। लाइनों, पोल, ग्रिड, ट्रांसफार्मर सभी के आसपास सुरक्षामय आवरण तैयार किया जाएगा। इसके लिए चाहे जितनी राशि खर्च भी करना पड़े तो कंपनी पीछे नहीं हटेगी। श्री टैगोर ने कहा इंजीनियरों को निर्देश दिए कि हर तीन माह में सर्कल पर सुरक्षा मामले में ट्रेनिंग अनिवार्य हो, साथ ही सुरक्षा उपकरणों के उपयोग करने का लाइन स्टाफ से हर माह प्रमाण पत्र लिया जाए। कार्यपालक निदेशक श्री संजय मोहासे एवं श्री गजरा मेहता, श्री आरके नेगी ने भी नए इंजीनियरों व नए लाइन स्टाफ को लाइनों, ग्रिड के कामकाज पर 20-25 साल  अनुभवी इंजीनियरों से विशेष ट्रेनिंग दिलाने, दुर्घटना रोकने संबंध में महत्वपूर्ण 25 निर्देशों के अक्षरशः पालन की बात कही। कर्मचारी संघ के सर्वश्री केशव लाल गुप्ता, जीके वैषणव, सुशील शर्मा, केके तिवारी, शंभुनाथ सिंह, अनिल व्यास, प्रेम यादव, एनके यादव, मुकेश मेहना आदि ने भी विचार रखे।


                 बैठक की अहम बातें


-हर डिविजन का आदर्श ग्रिड मापंदडानुसार घोषित किया जाए।


- नई लाइनों की स्थापना में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं।


-हेलमेट सेंसर वाले व सीड़ियां फायबर की खरीदी जाए।


- सैफ्टी बेल्ट दोषपूर्ण नहीं हो, इससे त्वचा को नुकसान संभव।


-एक जगह अनेक फीडर हो तो, वहां विशेष सूचना लगाई जाए।


-रात में एफओसी काम के लिए चार का स्टाफ होना चाहिए।