*गलत इलाज से मासूम की मौत के मामले में नर्सिंग होम संचालक सहित तीन पर मामला दर्ज*
भिंड जिले की गोरमी पुलिस ने बुखार से पीड़ित सात वर्षीय मासूम की मौत के मामले में नर्सिंग होम संचालक सहित तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार गोरमी निवासी अवधबिहारी लहारिया के ७ साल के बेटे अंश को टायफाड होने पर ११ अक्टूबर की सुबह सात बजे गोरमी के भरत हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। १५ अक्टूबर संजीव सिंह ने उसका इलाज किया और यह कहते हुए छुट्टी कर दी कि अब वह ठीक है। लेकिन १६ अक्टूबर की रात ११.३० बजे बच्चे की तबियत खराब हो गई। इसके बाद उसने बोलना बंद कर दिया। ऐसे में परिजन उसे आनन-फानन में ग्वालियर बिरला अस्पताल लेकर गए। जहां १७ अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। इसके बाद १८ अक्टूबर की शाम परिजन ने भरत हॉस्पीटल पर हंगामा किया गया। इस घटना क्रम की जानकारी मिलने पर १९ अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय टीम गोरमी पहुंची और हॉस्पीटल सील कर दिया गया। यह कार्रवाई डीएचओ डॉ. शिवराम सिंह कुशवाह, डॉ बीआर आर्य एवं लिपिक अजेंद्र सिंह द्वारा की गई।
इस मामले में गोरमी निवासी अवधबिहारी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेपीएस कुशवाह ने शिकायत की। सीएमएचओ की जांच में पाया गया कि जीएनएम डिप्लोमाधारी संजीव सिंह द्वारा हॉस्पीटल संचालन का पंजीयन कराया गया है। यह डॉ. अभिषेक बौहरे के नाम पर लिया गया है। नर्सिंग स्टाफ को स्वयं इलाज लिखकर देने की पात्रता नहीं है। इस पर गोरमी थाना प्रभारी विनोद विनायक करकरे ने नर्सिंग होम संचालक संजीव सिंह, मनीष शर्मा और मनोज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।