*बिना शिवराज बीजेपी का पहला बड़ा ऑपरेशन*
क्या केंद्र के साथ-साथ अब मध्यप्रदेश में भी भाजपा के नेता शिवराज सिंह चौहान को हाशिए पर डालने पर उतारू है यह सवाल मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में इसलिए गूंज रहा है क्योंकि मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में विधायक नारायण त्रिपाठी की वापसी जैसा बेहद बड़ा काम शिवराज की गैरमौजूदगी में हुआ
कुछ माह पहले ही शिवराज को पानी पी पीकर कोस कर कमलनाथ का दामन थामने वाले नारायण त्रिपाठी ने आज एक बार फिर ऐलान किया कि वह भाजपा में ही थे और रहेंगे नारायण त्रिपाठी की इस घर वापसी में अहम भूमिका एक समय भाजपा सरकार के संकटमोचक माने जाने वाले पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा की रही सूत्रों की मानें तो नारायण त्रिपाठी पिछले काफी लंबे समय से नरोत्तम मिश्रा के संपर्क में थे और भाजपा आलाकमान से भी उनकी दिल्ली में कई बार चर्चा हो चुकी थी मंगलवार को जब उनकी घर वापसी होनी थी तो पहली बार बीजेपी के इतने बड़े कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान गैर मौजूद थे
नारायण त्रिपाठी की घर वापसी का ऐलान प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने किया मंगलवार को हुए इस राजनीतिक घटनाक्रम से न केवल कांग्रेस को बड़ा झटका लगा बल्कि बीजेपी में भी एक उत्साह का वातावरण बन गया और एक बार फिर उन अटकलों को भाजपा में बल मिला कि अब कमलनाथ सरकार की भी उल्टी गिनती शुरू हो गई है।